भारत से नेपाल में पेट्रोल-डीजल की तस्करी, बिहार के बॉर्डर से रोज 2 लाख लीटर पेट्रोल-डीजल जा रहा नेपाल
नेपाल में पेट्रोल-डीजल की कीमतें भारत से ज्यादा हैं। दोनों देशों में कीमतों का अंतर 10-15 रुपए है। नेपाल में इन दिनों पेट्रोल 181 और डीजल 172 नेपाली रुपए बिक रहा है, भारतीय रुपए में प्रति लीटर पेट्रोल 114 और डीजल की कीमत 108 रुपए हुई। जबकि, बिहार के सीमावर्ती इलाकों में पेट्रोल 108 और डीजल 98 रुपए में मिल रहा है।
नेपाल में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत बढ़ने की दो प्रमुख वजहें हैं- पहला, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी और दूसरा इंडियन ऑयल का 23 अरब रुपए बकाया चुकता करना। लेकिन, कीमतों की इस वृद्धि से नेपाल में तस्करों का सिंडिकेट यूपी-बिहार के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय हो गया है और यहां के पेट्रोल पंपों पर बिक्री दोगुने से अधिक बढ़ गई है।
![50-50 liters at the petrol pump of Raxaul. Smugglers loading a gallon e-rickshaw](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/08/50-50-liters-at-the-petrol-pump-of-Raxaul.-Smugglers-loading-a-gallon-e-rickshaw.png)
नेपाल सीमा से सटे बिहार के सात जिलों में करीब सौ से अधिक पेट्रोल पंप हैं। सीमावर्ती इलाकों में पेट्रोल-डीजल की तस्करी का जो हिसाब है उस मुताबिक प्रति दिन 2 लाख लीटर से अधिक पेट्रोल-डीजल भारत से नेपाल जा रहा है।
बिहार के सीमावर्ती जिलों के पंपों की बिक्री दोगुना से ज्यादा बढ़ी
कीमत पेट्रोल डीजल
नेपाल 114 108
बिहार 107.59 94.79
यूपी 96.94 90.11
![The sales of pumps in the border districts of Bihar more than doubled](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/08/The-sales-of-pumps-in-the-border-districts-of-Bihar-more-than-doubled.png)
जयनगर के वैद्यनाथ सर्विस स्टेशन के मैनेजर ने बताया कि जब नेपाल में पेट्रोल सस्ता था तो रोज औसतन 2500 लीटर की बिक्री होती थी। अब, वहां महंगा है तो 4 से 5 हजार लीटर बिकता है। बढ़ी खपत नेपाल की वजह से है। इन दिनों रक्सौल के पंप पर वीरगंज, सीतामढ़ी में नेपाल के सर्लाही के लोगों का तांता लगा है।
बिहार: कीमत अधिक, पर नेपाल से कम
बिहार में पेट्रोल
23.58% या ~16.65
बिहार में डीजल
16.37% या ~12.33
यूपी में पेट्रोल
19.36% या ~14.85
यूपी में डीजल
17.15% या ~10.41
दोनों में से जो अधिक हो, वैट पर 30% सरचार्ज भी है
दोनों में से जो अधिक हो, वैट पर सरचार्ज नहीं है।
ऐसे हो रही तस्करी
तस्कर सीमा से सटे पेट्रोल पंप से 50-50 ली. के गैलन में तेल भरते हैं। उसे ई रिक्शा या तांगा पर लादा जाता है। सात-आठ गैलन लोड होता है। यानी एक बार में 350-400 लीटर तेल भरा जाता है। एसएसबी जवानों की ड्यूटी जिन रास्तों पर होती है, वहां से तेल नहीं भेजा जाता।
![As soon as they enter the Nepal border, they again load it on another vehicle and send it to the destination.](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/08/As-soon-as-they-enter-the-Nepal-border-they-again-load-it-on-another-vehicle-and-send-it-to-the-destination..png)
तस्कर गंवई रास्ते का प्रयोग कर रहे हैं। बॉर्डर पर पहुंचते ही तस्कर गैलन को गाड़ी से उतार या तो उसे स्टॉक करते हैं या साइकिल और पैदल बॉर्डर पार करा देते हैं। नेपाल सीमा में घुसते ही पुन: दूसरी गाड़ी पर लादकर उसे गंतव्य तक भेज देते हैं।
![perfection ias bpsc toppers](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/08/perfection-ias-bpsc-toppers.jpg)