दिहाड़ी मजदूर का बेटा जज बनकर लहराया परचम, बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में हासिल की सफलता
बिहार के युवा लगातार अपने हौसले और मेहनत के बल पर पुरे देश में बिहार का नाम रौशन कर रहे हैं। बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में जमुई जिले के सिकंदरा के गुदड़ी के एक लाल सूरज ने भी कारनामा कर दिखाया है।
दिहाड़ी मजदूर का बेटा सूरज कड़ी मेहनत और लगन के बल पर पढ़ाई कर सफलता का परचम लहराने में कामयाब हुआ है। सातवीं पास बाप का बेटा आज जज बन गया है और चर्चा का विषय बने हैं।

सूरज की सफलता पर सभी को गर्व
बिहार के लाल सूरज की इस सफलता पर सिर्फ परिवार वाले ही नहीं बल्कि इलाके के लोगों में भी खुशी का माहौल है। जानकारी के लिए बता दें कि सूरज बेहद गरीब परिवार का है।
उनके पिता दिहाड़ी मजदूर हैं। बचपन में घर के सामने अंडे और चना बेचने वाला सूरज आज जज बन गया। पासी समाज के दलित परिवार के सूरज लोगो को न्याय दिलाने की बात करते हैं। वे अपनी सफलता से काफी खुश है।
पहले ही प्रयास में मिली सफलता
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातक और कानून की पढ़ाई करने वाले सूरज न्यायिक सेवा की परीक्षा की तैयारी में जुट गए थे। उसने पहले ही प्रयास में 31वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता पा ली है।
सूरज के घरवाले खुश हैं। आज पुरे समाज में उनकी चर्चा है। सूरज कुमार के 8 भाई और एक बहन है। इंटर तक पढ़ाई उसने सिकंदरा में ही रहकर की। इंटर करने के दौरान वह घर के आगे एक छोटी सी गुमटी पर अंडे और चना बेचते थे।
