बिहार में नया साल मनाने के लिए ये जगह बेहद खास, खूबसूरती ऐसी की उम्र भर रहेगी याद
साल 2021 को अलविदा कहने और नए साल के स्वागत की तैयारी में लोग अभी से लग गए हैं। पिकनिक स्पाट व अन्य जगहों पर जाकर कुछ लोग इस बेहद खास पल का आनंद उठाना चाहते हैं, अगर आपने भी ऐसी कोई तैयारी कर रखी है तो ये पोस्ट आपके लिए है। वैश्विक महामारी और आर्थिक विषमता के दौर से गुजर रहे वर्ष 2021 के अंतिम चंद दिन शेष रह गए हैं। अब नए वर्ष 2022 में सभी का जीवन खुशहाल हो, हर किसी को इस बात की अपेक्षा है। ऐसे में नए वर्ष की शानदार तरीके से स्वागत की तैयारियां विशेष कर युवा वर्ग द्वारा की जा रही है। जिसके तहत आसपास के रमणीय स्थलों की खोजबीन जारी है। दरअसल सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों का अक्सर पड़ोसी देश नेपाल के हिमालय पर्वत की वादियों में नए साल का जश्न मनाने अथवा भ्रमण के उद्देश्य से आना जाना लगा रहता है। ऐसे में उन्हें एक नई जगह की तलाश है।
नए टूरिस्ट स्पाट तलाश रहे लोग अपने ही देश में हिमालय की वादियों के बीच और वह भी यहां से मात्र 115 किलोमीटर (चार साढ़े चार घंटे का) फासला तय कर एक नई जगह ताबाकोशी में वर्ष 2022 का आगाज धमाकेदार ढंग से कर सकते हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए सिलीगुड़ी के निकट स्थित लोकप्रिय पर्यटन स्थल मिरिक से महज चंद किलोमीटर दूर ताबाकोशी नए वर्ष के स्वागत हेतु एक डेस्टिनेशन ऑफ च्वाइस बन सकता है।
![Tabakoshi picnic spot](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2021/12/Tabakoshi-picnic-spot.jpg)
निहायत ही खुबसूरत पर्वतीय गांव
हिमालय पर्वत की सिंगालीला श्रेणी अंतर्गत वादियों में और हरी भरी चाय बागानों के गोद में अवस्थित ताबाकोशी एक छोटा सा किंतु निहायत ही खुबसूरत पर्वतीय गांव है। गांव के बीचों-बीच पहाड़ी नदी रौंगबोंग नदी, जिसे ताबाकोशी नदी भी कहते हैं, कल कल कर बहती है। इसी नदी के नाम पर गांव का नाम पड़ा है। नदी के किनारे बसे खुबसूरत पार्क में आप यूं ही बैठे घंटों गुजार सकते हैं। निकट ही स्थित शांत एवं सौम्य शिव मंदिर, जिसे यहां शिव धाम कहते हैं में शांति और आध्यात्म के क्षण बिताया जा सकता है।
![tabakoshi](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2021/12/tabakoshi.jpg)
दरअसल ताबाकोशी एक बहुत ही छोटा सा गांव है, जहां कुल मिलाकर तीस से चालीस परिवार का निवास है। गांव में यूं तो एक भी आवासीय होटल नहीं है, लेकिन लगभग एक दर्जन होम स्टे की सुंदर व्यवस्था है। इन होम स्टे में पर्यटक दो से ढाई हजार रुपए प्रति व्यक्ति प्रतिदिन के दर से आराम दायक कमरे में रह सकते हैं।
प्रकृति के विहंगम दृश्य का आनंद लें
![tabakoshi home stay](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2021/12/tabakoshi-home-stay.jpg)
भोजन और नाश्ते की व्यवस्था भी होम स्टे संचालक द्वारा किया जाता है। बस आप प्रकृति के विहंगम दृश्य का आनंद लें और हिमालय के चोटियों के नए वर्ष के पहले सूर्योदय का अवलोकन करें। आप बरबस बोल उठेंगे, पहले क्यों नहीं आया।
मार्केट और माल कल्चर, रेस्टोरेंट में धूम मचाने वाले पर्यटकों के लिए यह जगह नहीं है। हां यदि आपको शांत परिवेश में अपने परिवार अथवा प्रियजनों के साथ प्रदुषण मुक्त प्रकृति से ओतप्रोत होते हुए नववर्ष का स्वागत करना है, तो आप बेफिक्र ताबाकोशी को अपना गंतव्य चुन सकते हैं।
झरना नैचुरल होम स्टे, योल्मो होम स्टे, रीवर वैली होम स्टे, ताबाकोशी होम स्टे, गोपाल धारा होम स्टे आदि दर्जन भर और सभी सुविधाओं से लैस होम स्टे में आप रात गुजार सकते हैं। दो दिन और एक रात के शार्ट टर्म टूर के दौरान आप मिरिक लेक और मोनास्टरि सहित गोपाल धारा टी एस्टेट, थरबु टी एस्टेट, मंगरजंग टी गार्डन, ओकेटी चाय बागानों के अद्भुत नजारा और फ्रेश तथा दुर्लभ पत्तियों से बने चाय का लुत्फ उठा सकते हैं। यहां से पूर्वी नेपाल का पशुपतिनगर और ईलाम शहर भी करीब है।