तीन तिगाड़ा काम बनाया, बचपन से साथ पढ़ी 3 सहेलियों ने शुरू किया ये काम, जानिए बिजनेस आईडिया
जब मिल बैठे तीन यार, तो शुरू हो गया व्यापार. जी हां! मुजफ्फरपुर की तीन सहेलियों ने यही किया है। दरअसल, इन दिनों मुजफ्फरपुर में एल.एस.एम नाम के जिम कम कैफे कांसेप्ट की चर्चा जोरों पर है। एल से लूसी, एस से शाहिल अनन्या और एम से मीनाक्षी। ये तीनों ही महिलाएं बचपन की दोस्त हैं।
अब इन्होंने अपनी दोस्ती को बिजनेसपार्टनर में तब्दील कर दिया है। लूसी, साहिल और मीनाक्षी तीनों महिलाएं मुजफ्फरपुर के रामदयालु रोड में एल.एस.एम जिम एंड कैफे नाम से अपना बिजनेस चला रही हैं। एक साथ जिम और कैफे का कॉन्सेप्ट मुजफ्फरपुर के लिए बेहद नया है। मुजफ्फरपुर में इनके बिजनेस के साथ इनकी दोस्ती की भी चर्चा गरम हैं।
तीनों का शुरू से बिजनेस करने का था प्लान
एलएसएम जिम एंड कैफे खोलने के आइडिया के बारे में लूसी कहती हैं कि मेरा असली नाम अनामिका है. लोग मुझे प्यार से लूसी कहते हैं। इसलिए मैंने इस कैफे के नाम के लिए अनामिका के जगह लूसी को चुना है। लूसी बताती हैं कि दरअसल शाहिल अनन्या और मीनाक्षी दोनों ही मेरी बचपन की दोस्त हैं।
शुरुआत से ही हम तीनों की तिगड़ी ने दोस्ती के नए मापदंड बनाए। प्रभात तारा स्कूल में तीनों साथ पढ़ते थे। तीनों की शादी हुई, जिंदगी आगे बढ़ी। फिर भी हमारी दोस्ती बरकरार है। आगे लूसी कहती हैं कि हम तीनों हमेशा से बिजनेस का प्लान करते रहते थे।
इसी कड़ी में साहिल अनन्या ने जिम कम कैफे खोलने का आइडिया दिया और मीनाक्षी ने भी इस काम को साथ करने की हामी भर दी। इसके बाद देखते ही देखते मुजफ्फरपुर के रामदयालु रोड में हमारा जिम और कैफे खुल गया।
मुजफ्फरपुर के लिए नया है कॉन्सेप्ट
मीनाक्षी बताती हैं कि जिम और कैफे दोनों ही एक साथ खोलने का हमारा कॉन्सेप्ट मुजफ्फरपुर के लिए नया है। हम तीनों सहेलियां अब इस काम को बखूबी एंजॉय कर रही हैं। शाहिल अनन्या बताती हैं कि हम तीनों की कोशिश है कि इस काम को और आगे बढ़ाएं।