बिहार में दो दिन में जलाई गई इतनी ट्रेनें, जनता के करोड़ो रुपए स्वाहा, जानिए एक ट्रैन पर कितना होता है खर्च
बिहार में अग्निपथ योजना के विरोध में उग्र प्रदर्शन हो रहा है। तीसरे दिन भी आधा बिहार झुलस गया। 12 से ज्यादा रेलवे स्टेशनों में तोड़फोड़ और आगजनी की गई। सात ट्रेनें आग के हवाले कर दी गई है।
छपरा के बाद समस्तीपुर, लखीसराय, सुपौल और आरा प्रदर्शन के हॉटस्पॉट बना हुआ है। अकेले समस्तीपुर जिले के दो स्टेशन पर ही 1-1 ट्रेन फूंक दी गई। गुरुवार को भी पांच ट्रेनों को जला दिया गया था। जानिए एक बोगी और पूरी ट्रेन कितने की होती है…

दूसरे दिन इन ट्रेनों को जलाया गया
1. अमरनाथ एक्सप्रेस (15097) : समस्तीपुर जंक्शन पर इस ट्रेन में आग लगा दी। इसकी इंजन जल गई। ये ट्रेन भागलपुर से जम्मू तवी जा रही थी।
2. बिहार संपर्क क्रांति (12565) : समस्तीपुर जंक्शन पर इस ट्रेन में आग लगा दी। इसकी तीन बोगियां जल गईं। ट्रेन दरभंगा से नई दिल्ली जा रही थी।
3. पैसेंजर ट्रेन : सुपौल में पैसेंजर ट्रेन में आग लगा दी। यह ट्रेन सहरसा से सरायगढ़ जा रही थी।

4. पैसेंजर ट्रेन : आरा में भी पैसेंजर ट्रेन में उपद्रवियों ने आग लगा दी। यह ट्रेन रैक पर खड़ी थी। ये ट्रेन पटना या सासाराम के लिए जाती।
5. विक्रमशिला एक्सप्रेस (12368) : लखीसराय में उपद्रवियों ने आग लगा दी। यह ट्रेन आनंद विहार से भागलपुर जा रही थी।
6. मेमो पैसेंजर: पटना के फतुहा रेलवे स्टेशन पर एक मेमो पैसेंजर ट्रेन को प्रदर्शनकारियों से जला दिया।
जानिए एक बोगी की कीमत

ट्रेन की बोगी की लागत 80 लाख रुपए से लेकर 3.5 करोड़ रुपए होती है। सबसे कम कीमत जनरल बोगी की होती है। लगभग इसकी कीमत 80 लाख रुपए। एक से सवा करोड़ तक स्लीपर की बोगी होती है। उसके बाद एसी-3, एसी-2 और फर्स्ट एसी के बोगियां डेढ़ करोड़ से साढ़े तीन करोड़ के बीच तैयार होती हैं।
इंजन की कीमत- देश में दो तरह के इंजन काम करते हैं। पहला- डीजल और दूसरा इलेक्ट्रिक। इसे बनाने में 15 करोड़ से 20 करोड़ रुपए तक खर्च होता है।
सबसे ज्यादा इंजन की कीमत
वहीं अगर इसके इंजन की कीमत जोड़ दें, तो दाम और बढ़ जाएंगे। ट्रेन के सबसे महंगे हिस्सा होता है उसका इंजन। एक इंजन की कीमत करीब बीस करोड़ होती है।
जान लीजिए पूरी ट्रेन की कीमत

जनरल पैसेंजेर ट्रेन- 12 बोगी वाली जनरल पैसेंजर वाली ट्रेन की कीमत करीब 32 से 40 करोड़ रुपए जाती है। ये बाकी ट्रेन से कम है, क्योंकि पैसेंजर ट्रेन में सुविधाएं भी कम होती हैं।
एक्सप्रेस ट्रेन – इस ट्रेन में करीब 24 कोच होते हैं, उसकी कीमत अलग है। एक्सप्रेस ट्रेन के हर कोच को बनाने में करीब दो करोड़ की लागत आती है। ऐसे में हर कोच के हिसाब से इसकी कीमत बैठती है 48 करोड़ रुपए तक आती है।
इंजन जोड़कर करीब 70 करोड़ रुपए तक रेट होती है। राजधानी, वंदेमातरम् ट्रेनों की कीमत इससे कहीं और ज्यादा है।