बिहार में सबसे ज्यादा फाइन काटने वाले TTE, एक साल में 1.11 करोड़ का वसूला जुर्माना, एक की जान भी बचाई
बिहार की राजधानी पटना के TTE (ट्रेन टिकट एग्जामिनर) शशि कुमार ने ईस्ट सेंट्रल रेलवे में एक नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। सिर्फ एक साल में इन्होंने 1 करोड़ 11 लाख 51 हजार रुपए का जुर्माना वसूला है। ये जुर्माना उन्होंने 2021-22 के दौरान 16,423 यात्रियों से वसूला है। यानी हर दिन औसत 45 बेटिकट यात्रियों पर फाइन लगाया है।
ईस्ट सेंट्रल रेलवे (ECR) के 5 मंडलों में इतना जुर्माना वसूलने वाले वो एकलौते TTE बन गए हैं। उनके इस कार्य की सराहना रेलवे के हर स्तर के अधिकारी कर रहे हैं। पूरे जोन में टिकट चेकिंग स्टाफ में पर्सनल लेवल का ये अब तक का हाईएस्ट स्कोर है। मीडिया ने इनसे जुर्माना वसूलने के तरीके, और इस दौरान आने वाली दुश्वारियों को समझने की कोशिश की है।

रोज 30-40 ट्रेनों का करते हैं निरीक्षण
शशि कुमार ने बताया कि रेलवे की तरफ से अभी तक किसी को किसी प्रकार का कोई टारगेट नहीं दिया गया है। सब अपने हिस्से का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि बस काम को उन्होंने थोड़ा अलग हट कर किया। वे हर रोज 30 से ज्यादा ट्रेनों में घूम-घूम कर बिना टिकट यात्रा करने वालों को पकड़ते हैं।

पटना से लेकर बक्सर तक चेकिंग अभियान चलाते हैं। बेटिकट यात्री बचने की कोशिश करते हैं, जिस पर उनकी नजर रहती है। कई बार बिना टिकट वाले भागने लगते हैं।
टिकट बनाने वाले लोग ज्यादा आए
एक तरफ जहां कोरोना के कारण ट्रेनें बंद थी तो वही आपदा रेलवे के लिए अवसर बन कर भी आई। शशि कुमार ने बताया कि एक TTE को दो तरह से पैसे मिलते हैं एक तो विदाउट टिकट यात्रा करने के लिए 250 रुपए की फिक्स्ड पेनाल्टी और दूसरा टिकट बनाने का चार्ज। कोरोना के दौरान बड़ी संख्या में लोग टिकट बनाने के लिए संपर्क किया।
बच्ची को तस्करी से बचाया, घर से भागने वालों को लौटाते हैं
शशि कुमार कहते हैं कि टिकट चेकिंग के दौरान कई गतिविधियों पर भी नजर रखनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि पिछले साल उन्होंने 6 साल की एक लड़की को बिकने से बचाया। कोइलवर की लड़की को तस्कर बेचने के उद्देश्य से ले जा रहे थे ,लेकिन टिकट चेकिंग के बहाने उन्होंने उसे पकड़ लिया। इसके अलावा वे घर से भागने वाले दो दर्जन से ज्यादा युवक-युवतियों को मोटिवेट कर घर लौटा चुके हैं।

जान बचाने के लिए रेलवे पहले भी कर चुका सम्मानित
शशि को उनकी कार्य की तत्परता के लिए रेलवे पहले भी सम्मानित कर चुका है। उन्होंने बताया कि 6 मार्च 2022 को दानापुर में ड्यूटी के दौरान उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति हाइटेंशन तार में लटक कर सुसाइड करना चाह रहा था।
युवक करंट से बुरी तरह झुलस रहा था। तब उन्होंने अपनी जान की परवाह किए बगैर उन्हें उतारा और हॉस्पिटल पहुंचाया। युवक अब पूरी तरह सुरक्षित और स्वस्थ है।
इन्होंने सबसे ज्यादा की वसूली
पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मंडल में तैनात मुख्य टिकट निरीक्षक आशीष यादव ने इस साल 01 अप्रैल 2021 से 9 मार्च 2022 तक 20,600 यात्रियों से 1.70 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला। यह देशभर में सबसे ज्यादा वसूली करने वाले टीटीई हैं।
दूसरे स्थान पर मुंबई डिवीजन के मोहम्मद शम्स हैं। पिछले 12 महीनों में इन्होंने 15840 बेटिकट/अनियमित यात्रियों को पकड़ा है और उनसे 1.25 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला है। तीसरे स्थान पर पटना के शशि कुमार हैं।
नहीं मिलता कोई इंसेंटिव
TTE को फाइन वसूलने पर अब किसी प्रकार का कोई इंसेंटिव नहीं मिलता है। बहुत पहले यह व्यवस्था थी, जिसे समाप्त कर दिया गया है।