बिहार में विकसित किये जाएंगे वेटलैंड्स, सरकार ने हर जिले से मांगी रिपोर्ट
बिहार में पर्यटन (Bihar Tourism) को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार राज्य के वेटलैंड्स (Wetlands) को पर्यटन स्थल (Tourist Spot) बनाने की योजना बना रही है। इसके लिए प्रदेश के वेटलैंड्स को विकसित करेगी। बताया जा रहा है कि ये पानी प्रबंधन के बेहतरीन स्रोत के रूप में भी चिह्नित किए गए हैं। इनके बेहतर प्रबंधन के लिए जिलों में डीएम की अध्यक्षता में समिति का गठन कर विकसित किए जा सकने वाले वेटलैंड्स की पहचान कर रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस समिति में संबंधित जिले के डीएफओ मेंबर सेक्रेटरी और अन्य विभागों के जिलास्तरीय पदाधिकारी सदस्य होंगे।
वहीं समिति ने अपना काम भी शुरू कर दिया है। फिलहाल पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग को 100 हेक्टेयर से बड़े 28 वेटलैंड्स की जानकारी दी गई है। इन सभी का हेल्थ कार्ड बन रहा है। इसके साथ ही 100 हेक्टेयर से बड़े 36 वेटलैंड्स का चयन भी आगे की प्रक्रिया के लिए किया गया है।
राज्य में 4000 वेटलैंड्स की पहचान की गई है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह निर्देश पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग ने दिया है। रिपोर्ट के आधार पर मैनेजमेंट प्लान बनेगा। जानकारी के अनुसार, राज्य में करीब सवा दो हेक्टेयर से बड़े करीब चार हजार वेटलैंड्स की पहचान की गई है।
वहीं सौ हेक्टेयर से बड़े करीब 133 वेटलैंड्स हैं। ये वेटलैंड्स किस विभाग या संस्था के नियंत्रण या अधिकार क्षेत्र में हैं, इन सबका पता लगाया जाएगा। अभी 28 का हेल्थ कार्ड बन रहा है। अगले चरण में 36 वेटलैंड्स की पहचान कर उनका हेल्थ कार्ड बनाया जाएगा।
वेटलैंड्स का महत्व
वेटलैंड्स के माध्यम से आज भी हमारे पास भरपूर जैवविविधता बची हुई है। इसको संरक्षित करने की आवश्यकता है। आज जब पारिस्थितिक तंत्र हर तरह से किसी ना किसी मानवीय अतिक्रमण का शिकार है, ऐसे में इन वेटलैंड्स को बचाने का मतलब है आने वाले समय को बचाना।
जितनी भी वर्षाजनित नदियां, कुएं और छोटे तालाब है वो सभी वेटलैंड्स से ही सिंचित होते हैं। अतः केंद्र व राज्य सरकारों को इन्हें बचाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाने की जरूरत है।