लॉकडाउन में बेरोजगार हुए युवा अब कर रहे लाखों की कमाई, जानिए कैसे एक App ने बदली कईयों की जिंदगी
आपदा में अवसर खोजना किसे कहते हैं यह बिहार के इन युवाओं से जरूर सीखना चाहिए। महामारी और लॉकडाउन के समय जब लोगों की नौकरियां छूट गई थी तो कुछ सिर पर हाथ रख के बैठ गए थे। लेकिन वहीं सुपौल (Supaul) के कुछ युवा अपने दिमाग को दौड़ाने में जुटे हुए थे।आज ये लोग उस मुकाम पर पहुंच गए हैं कि हर बेरोजगार युवा (Unemployed Youth) उनसे प्रेरित हो रहे हैं। इतना ही नहीं आज वो लोग दूसरों को रोजगार भी उपलब्ध करवा रहे हैं। इतना ही नहीं अपने नए बिजनेस आइडिया की वजह से वे अच्छी कमाई भी कर रहे हैं।
कोरोना काल के दौरान जब इनका काम धंधा छूट गया था तब उन्होंने सुपौल में ही अपने नए आइडिया का विस्तार किया। फूड डिलीवरी कंपनी स्वीगी और जोमेटो के तर्ज पर इन युवाओं ने गोलमार्ट (Golmart Food Delivery Service) की स्थापना की। इसके जरिया उन्होंने लॉकडाउन के दौरान लोगों के घरों तक राशन-पानी ही नहीं बल्कि दवा तक मुहैया करवाया।

लोगों की हो रही लाखों की कमाई
डिलीवरी पर काफी कम चार्ज लेकर गोलमार्ट ने हर घरों में अपनी गहरी पैठ बना ली है। आज वो 10 हजार से अधिक परिवार तक उनकी जरूरत का सामान पहुंचा रहे हैं। इसके जरिए उन लोगों की लाखों की कमाई भी हो रही है। बेरोजगारी का रोना और उसे कोसने की जगह अब ये युवा जिला ही नहीं बल्कि बिहार के तमाम युवाओं के लिए प्रेरणा बन गए हैं।

दुकानदार और युवाओं की हो रही कमाई
इस काम में जुड़े कुछ युवा अपनी पढ़ाई के साथ-साथ शाम को महज कुछ घंटे पार्ट टाइम जॉब कर अच्छी कमाई कर रहे हैं। पैसे के अभाव में इन लोगों के द्वारा पहले थो ग्रोसरी आइटम की सप्लाई शुरू की गई।

लेकिन जब लॉकडाउन के दौरान अन्य सामानों की मांग बढ़ने लगी तब इन लोगों के द्वारा दूध ,दवा,सब्जी सहित जरूरत का हर सामान उपलब्ध कराया जाने लगा। अब शहर के कई दुकानदार भी इनसे जुड़ कर अपने सामानों को बेच रहे हैं, जिससे उनकी भी अच्छी कमाई हो रही है।
बिहार के 38 जिलों के 45 हजार गांव में डिलेवरी की योजना
अब इनकी तमन्ना है कि सुपौल से बाहर बिहार के अन्य जिलों में भी ये गोलमार्ट को फैलाए ताकि इससे काफी संख्या में लोग जुड़कर अपनी कमाई करें। आज इस एप के जरिए लोग हर सामान सस्ती डिलेवरी चार्ज देकर अपने घरों तक मंगा रहे हैं।

इस कार्य में इन युवाओं ने महज एप बनवाने में अपनी पूंजी को लगाया और आज कई दुकानदार इस एप जुड़कर अपना सामान बेच रहे हैं। आज एक बेहतरीन आइडिया के कारण वो अपने सिर से बेरोजगारी का तमगा हटा सकें।