Jiutiya festival will start with Nahay Khay

17 काे नहाय खाय के साथ जिउतिया पर्व की होगी शुरुआत, यह रहेगा शेड्यूल

संतान की लंबी आयु के लिए किया जाने वाला जीवित्पुत्रिका या जिउतिया पर्व बिहार के साथ साथ पुरे देश में मनाया जाता है। इसकी शुरुवात 17 सिंतबर से नहाय खाय के साथ शुरू हाेगा।

तीन दिवसीय इस पर्व की शुरुवात शनिवार से होगी, जिसका पारण साेमवार काे माताएं करेंगी। आश्विन माह कृष्ण पक्ष की सप्तमी से नवमी तिथि तक जिउतिया पर्व मनाया जाता है।

17 से जिउतिया पर्व की होगी शुरुआत

जानकारी के लिए बता दें कि, इस तीन दिवसीय व्रत में पहले दिन यानी शनिवार को नहाय-खाय के साथ व्रत की शुरुआत करेगी। वहीं 18 सिंतबर काे रविवार को माताएं खर जितिया यानी निर्जला व्रत रखेंगी। साेमवार को सुबह पारण के साथ यह पर्व संपन्न होगा।

इस पर्व की मान्यता की बात करें तो, कई जगहों पर मान्यता है कि पुत्र के लिए जिउतिया पर्व उठाया जाता है, लेकिन अधिकतर जगहों पर पुत्र-पुत्रियों दोनों के लिए यह पर्व किया जाता है। शहर में ऐसी कई महिलाएं हैं, जिनके बेटे नहीं हैं, लेकिन वे अपनी पुत्रियों के लिए जिउतिया का व्रत कर रही हैं।

jiutiya fasting schedule
जिउतिया व्रत का शेड्यूल

यह रहेगा शेड्यूल

पंडित शशिकांत मिश्रा के अनुसार 17 सिंतबर काे नहाय खाय के साथ पर्व की शुरुआत हाेगी, जबकि 18 सितंबर रविवार को निर्जला व्रत रखा जाएगा। वहीं 19 सितंबर को सूर्योदय के बाद व्रत पारण संपन्न किया जायेगा।

पर्व काे लेकर बाजार में चहल पहल देखने को मिल रही है। डालिया की खरीदारी भी जोरो शोरो से हो रही है| गुरुवार काे शहर के बाजाराें में लाेगाें ने पर्व काे लेकर जमकर खरीदारी की।

जिउतिया व्रत का महत्तव 

जिउतिया व्रत में नोनी के साग का विशेष महत्व है। जैसा की आप जानते हैं, नोनी का साग थोड़ी-सी जमीन पर लगा देने से वह बहुत ज्यादा पसर जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस तरह से वंश वृद्धि भी होती है।

Significance of Jitiya Vrat
जिउतिया व्रत का महत्तव

इस पर्व में ऐसी चीजें खाई जाती हैं, जो ज्यादा फैलने वाली होती हैं। मडुआ का आटा भी सानने के बाद खूब फैलता है। शहर की पूजा देवी ने बताया कि मेरा पहला जिउतिया है, इसलिए बहुत उत्साहित हूं। बाज़ारों में खाजा की भी खूब बिक्री देखने को मिल रही है।

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