सहरसा के टिकरी मिठाई के दीवाने हैं लोग, नेपाल से लेकर भूटान तक होता है निर्यात
मीठा खाने का शौकीन कौन नहीं है। लेकिन क्या आपने कभी टिकरी मिठाई को चखा है। अगर आप सहरसा-सुपौल स्टेट हाई-वे से सफर करते हैं, तो आपके लिए ये खबर है।
दरअसल कोसी के इलाके में कभी फेमस मानी जाने वाली टिकरी मिठाई अब चुनिंदा दुकानों पर ही मिलती है। सिहौल का मां गहिल मिष्ठान भंडार भी उन्हीं में से एक है।
शुद्ध दूध में बनी टिकरी और छेना की मिठाई प्रसिद्द
मां गहिल मिष्ठान भंडार पर शुद्ध दूध में बनी टिकरी और छेना की मिठाई आज भी पूरी शुद्धता के साथ बनाई जाती है जो काफी लोकप्रिय है। इसे खाने के लिए एसएच से गुजरने वाले राहगीर जरूर रुकते हैं।
यहां की बनी मिठाई को लोग अपने रिश्तेदारों को भारत के अन्य राज्यों के साथ-साथ नेपाल और भूटान तक भेजते रहते हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की यह अपने आप में कितना खास है।
260 रुपए प्रति किलो है टिकरी मिठाई
दुकानदार बच्चन कामत के अनुसार वर्ष 1995 से उनकी मां गहिल नाम की मिठाई की दुकान सिहौल चौक पर है। हमारी दुकान की खासियत है कि हमलोग शुद्ध दूध से ही मिठाई बनाते हैं। यही कारण है कि इस सड़क से आने-जाने वाले सभी लोग यहां रुककर टिकरी और छेना की मिठाई का स्वाद लेते हैं।
यहां की बनी मिठाई कोसी कमिश्नरी के साथ-साथ नेपाल से लेकर भूटान तक लोग संदेश के रूप में खरीदकर अपने साथ ले जाते हैं। दुकानदार की माने तो पहले वह 240 रुपए प्रति किलो टिकरी मिठाई बेचते थे। महंगाई को देखते हुए चार साल के बाद नए साल से 260 रुपए प्रति किलो बेच रहे हैं।
कई ग्राहक ऐसे भी हैं जो वर्षो से इस दुकान पर आते हैं और यहां शुद्ध दूध से बनी टिकरी और छेना मिठाई का स्वाद चखते हैं। यहां की मिठाई काफी स्वादिष्ट होती है।
एक ग्राहक के अनुसार हमलोग संदेश के रूप में भी यहां से मिठाई खरीद कर ले जाते हैं। यही नहीं दूरदराज से भी लोग इनकी दुकान पर आकर मिठाई खरीदते हैं।