बिहार: हजारों युवा गंगा घाट पर कर रहे एसएससी और रेलवे की तैयारी, बिना फीस पढ़ाते है ये गुरु
बिहार में इन दिनों पटना कॉलेज घाट काफी चर्चा में है। इसकी सबसे ज्यादा चर्चा युवा छात्र छात्राओं के बीच हो रही है। दरअसल यहाँ पर हजारों छात्र रेलवे और एसएससी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है। आपको बता दे की इसमें कुछ शिक्षक और इंजीनियर उनकी मदद कर रहे हैं। एक इंजीनियर एसके. झा ने बताया कि, यहां जुटने वाले छात्र 12,000-14,000 के बीच हैं।
इन परीक्षाओं की तैयारी में वे खुद भी मदद कर रहे हैं। वह शनिवार-रविवार को सुबह 6 बजे उनका अभ्यास कराते हैं। टेस्ट भी लेते हैं। इंजीनियर और शिक्षक एसके. झा ने बताया कि, छात्रों की रेलवे और एसएससी परीक्षा की तैयारी वे बिना कोई फीस लिए करवाते हैं। उन्होंने कहा कि, “मैं पिछले 2 महीनों से यह मुफ्त कर रहा हूं।”
![Patna College Ghat in a lot of discussion](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/Patna-College-Ghat-in-a-lot-of-discussion.png)
इसके पीछे एकमात्र कारण बेरोजगारी
उनका कहना हैं की, “इसके पीछे एकमात्र कारण बेरोजगारी है। जिसे हम खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सभी-छात्र और शिक्षक हर दिन एक-एक कदम आगे बढ़ा रहे हैं। हम जानते हैं कि, ये सभी बच्चे साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं। इनकी भलाई के लिए, हमारी 30-35 लोगों की टीम छात्रों के लिए पूरे सप्ताह टेस्ट पेपर पर काम करती है।
![Unemployment is the only reason behind this](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/Unemployment-is-the-only-reason-behind-this.png)
एसके. झा ने कहा कि, मुझे खुशी होगी जब ये बच्चे यहां तैयारी करके नौकरी लगेंगे। अपना भविष्य संवारेंगे। सरकार को ध्यान देना चाहिए। व्यवस्थाएं सुचारू रूप से हों, तो कोई भी आगे बढ़ सकता है।
पटना के थाने में हुआ था एफआईआर
बता दें कि इंजीनियर एसके झा उन्हीं छह शिक्षकों में से एक हैं, जिन पर छात्रों के हंगामे को तूल देने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन एसके झा का कहना है कि सभी बच्चों को नौकरी मिल जाए, उनकी मेहनत उनके काम आए।
![Engineer and teacher SK Jha](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/Engineer-and-teacher-SK-Jha.png)
इसलिए वे सुबह में पढ़ाने चले आते हैं और मुफ्त में शिक्षा देते हैं। गंगा का किनारे शांत माहौल है, जिससे पढ़ाई के दौरान बच्चों का दिमाग स्थिर रहता है। ऐसे में पढ़ाई ठीक से हो पाती है।
गंगा घाट पर पढाई का ये है कारण
इधर, छात्रों ने कहा कि जुलाई में रेलवे ग्रुप डी का एग्जाम होना है। ऐसे में भीड़ भाड़ वाली जगह से अच्छा गंगा घाट है। यहां खुली हवा में शांति मिलती है और पढ़ाई करने में आनंद आता है। काफी बच्चों के साथ पढ़ाई करने में एक दूसरे की कमियां नजर आती हैं, जिसे ठीक किया जाता है।
![This is the reason for studying at Ganga Ghat](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/This-is-the-reason-for-studying-at-Ganga-Ghat.png)
गंगा घाट पर पढ़ाई करने के लिए सप्ताह के दो दिन शनिवार और रविवार को बच्चे सुबह 5:00 बजे तक से 8:00 तक आते हैं। कई बच्चे जगह लेने के लिए सुबह 4:00 बजे ही गंगा घाट पर पहुंच जाते हैं।
गंगा किनारे स्थित है कई संस्थान
![Youth enjoys studying at Ganga Ghat](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/Youth-enjoys-studying-at-Ganga-Ghat.png)
बता दें कि, पटना विश्वविद्यालय और इससे मान्यता प्राप्त कई कॉलेज जैसे पटना कॉलेज, साइंस कॉलेज गंगा घाट के किनारे स्थित हैं। कॉलेज के नाम से ही घाटों को नाम दिए गए हैं। इन दिनों जहां छात्र सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, वो पटना कॉलेज घाट है। लंबे समय से अक्सर इन कॉलेजों के स्टूडेंट्स को गंगा किनारे बैठकर पढ़ाई करते देखा जाता रहा है।
![Students are seen sitting on the banks of the Ganges and studying](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/04/Students-are-seen-sitting-on-the-banks-of-the-Ganges-and-studying.png)