UPSC Result 2021: बिहार की बेटी बनी देश की सेकंड टॉपर, यूपीएससी में बजा बिहार का डंका
संघ लोक सेवा आयोग( यूपीएससी) ने सिविल सेवा 2021 का परिणाम जारी कर दिया है। परिणाम के अनुसार उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद की रहने वाली श्रुति शर्मा समेत अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला टॉपर बनीं हैं। इस बार लड़कियों ने बाजी मारी है।
जहां तक बिहार की बात है, पिछले साल के टॉपर शुभम बिहार के थे। इस साल बिहार ने सेकेंड टापर दिया है। दरअसल, पश्चिम बंगाल में रहने वाली सेकेंड टापर अंकिता अग्रवाल मूलत: बिहार के मधेपुरा की रहने वाली हैं। उनका बचपन मधेपुरा के बिहारीगंज में गुजरा है।
बिहार से हैं UPSC सेकेंड टॉपर अंकिता
सेकेंड टॉपर अंकिता अग्रवाल बिहार के मधेपुरा जिले के बिहारीगंज की मूल निवासी हैं। बिहारीगंज में उनका पैतृक घर है। प्रारंभिक पढ़ाई बिहारीगंज में ही हुई थी। इसके बाद उच्च शिक्षा कोलकाता व दिल्ली में प्राप्त की। वर्तमान में उनका परिवार कोलकाता में रहता है।
![UPSC second topper Ankita Agarwal originally hails from Madhepura, Bihar.](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/05/UPSC-second-topper-Ankita-Agarwal-originally-hails-from-Madhepura-Bihar..jpeg)
उनके पिता मनोहर अग्रवाल कोलकाता में हार्डवेयर के व्यवसायी हैं। वहीं 22 साल के अमन अग्रवाल ने यूपीएससी के पहले ही प्रयास में 88वीं रैंक प्राप्त किया है। बड़ी बात यह है कि अमन ने यह सफलता बगैर किसी कोचिंग की मदद के पाई है।
सफलता का पूरा श्रेय माता पिता को
बातचीत के क्रम में अंकिता अग्रवाल ने बताया कि इंटर तक की पढ़ाई उसने दिल्ली पब्लिक स्कूल कोलकाता से की थी। इंटर में उसे 97.5% अंक आया था। इसके बाद वह आगे की पढ़ाई करने दिल्ली चली गई। वहां के सेंट स्टीफन काॅलेज में आगे की पढ़ाई की। वहीं रहकर उसने यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी।
![UPSC second topper Ankita](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/05/UPSC-second-topper-Ankita.jpg)
अंकिता ने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने पिता मनोहर अग्रवाल तथा माता किरण अग्रवाल तथा अपने पूरे परिवार को दिया। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि डेडीकेशन और कठिन परिश्रम से सफलता मिलती है। इसलिए हौसला नहीं खोना चाहिए।
अंकिता बचपन से मेधावी
अंकिता के पिता मनोहर अग्रवाल ने बताया कि अंकिता बचपन से मेधावी थी। उसे पढ़ने की पूरी स्वतंत्रता दी गई। उन्होंने कोई भेदभाव नहीं किया। पहले वह इंजीनियरिंग की ओर मुखातिब थी। बाद में वह स्वयं सिविल सेवा की ओर मुड़ गई और आज सफलता प्राप्त की।
![Ankita was brilliant since childhood](https://ararianews.com/wp-content/uploads/2022/05/Ankita-was-brilliant-since-childhood.webp)
उनका छोटा भाई आयुष अग्रवाल टाटा में एमबीए फाइनल ईयर में है। गौरतलब हो कि अंकिता के दादा बिहारीगंज के स्थाई निवासी है। यहीं पर रहकर वे अपना व्यवसाय करते थे। बाद में बच्चे कोलकाता में व्यापार करने लगे तो सभी वहीं शिफ्ट हो गए। इतनी बड़ी सफलता पर बिहारीगंज के व्यवसायियों ने भी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अंकिता को आशीष दिया है।