वन्दे भारत एक्सप्रेस ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 180 किमी प्रति घंटे की रफ़्तार से दौड़ी ट्रैन, वीडियो वायरल
भारतीय रेलवे (Indian Railways) को आज एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। देश की पहली सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) ने ट्रायल रन में अपने सभी रिकार्ड तोड़ दिए। वंदे भारत ट्रेन ट्रायल रनिंग में 180 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पटरी पर दौड़ी।
केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने ट्रायल रन का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर कर दिया है। इसके बाद ये वीडियो अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है।

वंदे भारत स्वदेशी ट्रेन है। यह एक सेमी हाई स्पीड ट्रेन है। वंदे भारत ट्रेन में अलग इंजन नहीं है। वंदे भारत का ट्रायल रन अनुसंधान, डिजाइन और मानक संगठन (आरडीएसओ) की टीम की निगरानी में हुआ था। 16 कोच के साथ वंदे भारत 180 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ी है।
रेल मंत्री ने की तारीफ

रेलमंत्री ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट किया कि वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल कोटा-नागदा रूट पर किया गया है। इस ट्रेन को 180 किमी/घंटा की स्पीड से दौड़ाया गया। वंदे भारत में गजब का बैलेंस है। वीडियो में पानी से भरा गिलास दिख रहा है। बैलेंस इतना शानदार है कि 180 किमी की स्पीड में भी गिलास अपनी जगह से हिला तक नहीं।
आत्मनिर्भर भारत की रफ़्तार
Superior ride quality.
Look at the glass. Stable at 180 kmph speed.#VandeBharat-2 pic.twitter.com/uYdHhCrDpy— Ashwini Vaishnaw (मोदी का परिवार) (@AshwiniVaishnaw) August 26, 2022
ट्रेन के हो चुके कई ट्रायल

मालूम हो कि कोटा मंडल में अब तक वंदे भारत के कई ट्रायल हो चुके हैं। इस ट्रेन का पहला ट्रायल कोटा और घाट का बरना, दूसरा ट्रायल घाट का बरना और कोटा, तीसरा ट्रायल कुर्लासी व रामगंज मंडी के बीच, चौथा व 5वां ट्रायल कुर्लासी व रामगंज मंडी के बीच छठा ट्रायल कुर्लासी और रामगंज मंडी और किया जा चुका है।
वन्दे भारत ट्रेन में ये है सुविधाएं
वंदे भारत ट्रेन में ऑटोमेटिक दरवाजे और एयर कंडीशनर चेयर कार कोच और एक घूमने वाली कुर्सी लगाई गई है। ट्रेन लगी चेयर को 180 डिग्री तक घुमाया जा सकता है। इस ट्रेन में GPS आधारित सूचना सिस्टम, सीसीटीवी कैमरे, वैक्यूम आधारित बायो टॉयलेट भी लगाए गए हैं।
हर महीने 6 से 7 ट्रेनें का टारगेट
रेलवे सूत्रों के अनुसार 74 वंदे भारत ट्रेनों का प्रोडक्टशन तेजी से चल रहा है। पहले शुरू के 2-3 माह में प्रतिमाह 2 से 3 वंदेभारत का निर्माण हो रहा है। इसके बाद प्रोडक्टशन बढ़ाकर 6 से 7 तक किया जाएगा। इस तरह अगले वर्ष तक 75 या इससे अधिक ट्रेनें तैयार की जाएंगी।
आत्मनिर्भर भारत की रफ़्तार… #VandeBharat-2 at 180 kmph. pic.twitter.com/1tiHyEaAMj
— Ashwini Vaishnaw (मोदी का परिवार) (@AshwiniVaishnaw) August 26, 2022
