बिहार के पार्टी में चाऊमीन खत्म होने पर मारपीट, चिकेन के लिए पहले भी हो चुकी है लड़ाई
बिहार के पार्टी में चाऊमीन खत्म होने पर मारपीट, चिकेन के लिए पहले भी हो चुकी है लड़ाई- घटना बिहार के गोपालगंज की है जहाँ चाऊमीन नहीं मिलने से गुस्साए युवकों ने जमकर मारपीट और चाकूबाजी की । जिले में पहले भी चिकन ख़त्म होने को लेकर हो चुकी है मारपीट ।
पार्टी में चाऊमीन खत्म होने पर मारपीट
बीते रात एक शादी समारोह के पार्टी में चाउमीन खत्म हो जाने पर बवाल हो गया। लोग लाठी-डंडे और चाकू चलाने लगे। जमकर धांधली हुई जिसमे दो लोग जख्मी भी हो गए । घायलों को इलाज के लिए स्थानीय PHC ले जाया गया। जहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों घायलों को सदर अस्पताल रेफर कर दिया और वहां उनका इलाज चल रहा है ।
चाऊमि बना रहे दो सगे भाई घायल
यह वाक्या विजयीपुर थाना क्षेत्र के रसूलपुर गांव की है और वहीँ के निवासी राजेश यादव के घर तिलक आया था। मेहमानों के लिए खाने-पीने का पूरा इंतजाम था। रात के करीब 11 बजे चाऊमीन खत्म हो गई। इस दौरान कुछ युवक स्टॉल पर पहुंचे और चाऊमीन की मांग की । स्टॉल पर तैनात सत्यम गुप्ता और मुन्ना गुप्ता ने चाऊमीन खत्म होने की बात उनसे कही फिर क्या था, गुस्साए युवकों ने गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। इसका विरोध करने पर आरोपियों ने लाठी-डंडा और चाकू से हमला कर दिया। इसी क्रम में चाऊमि बना रहे दो सगे भाई घायल हो गए ।
जाने पूरा मामला
घायल युवकों ने पूरी घटना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि – “5 से 7 युवक स्टॉल पर पहुंचे थे। उन्हें चाऊमीन खत्म होने की बात कही तो गाली-गलौज व मारपीट करने लगे। किसी तरह जान बचाकर दोनों भाग निकले। फिर भी हमलावरों ने नहीं छोड़ा। घायलों ने बताया कि आरापियों ने दोनों भाइयों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।” घटना के बाद विजयीपुर थाना के पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है ।
पहले भी हो चुकी है जिले में ऐसी घटना
जिले में शादी समारोह में पहले भी मारपीट की कई घटनाएं देखने और सुनने को मिल चुकी है । इसी वर्ष के 12 जून को भोरे थाना क्षेत्र के सिसई टोला भटवलिया में बारात समारोह में मछली के मूड़ा के लिए जमकर मारपीट हुई थी। इस मारपीट की घटना में 11 लोग घायल हुए थे। वहीँ 5 मई को उचकागांव थाना क्षेत्र के नरकटिया गांव में बरात में खाने के दौरान चिकेन और लिट्टी नहीं मिलने पर गोली चल गई थी। इस घटना में एक व्यक्ति को अपने जीवन से हाथ भी धोना पड़ गया था ।