67वीं BPSC परीक्षार्थी इन बातों का रखे ध्यान, 50% से कम जवाब देने वालों पर रहेगी ख़ास नजर
बिहार लोक सेवा आयोग की 67 वीं पीटी पुर्नपरीक्षा 30 सितम्बर को होगी। यह परीक्षा 8 मई को आयोजित की गई थी लेकिन प्रश्न पत्र लीक हो जाने की वजह से सभी सेंटर्स की परीक्षा रद्द कर गई थी। इस बार आयोग ने परीक्षा का पुख्ता इंतजाम किया है। 6 लाख दो हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, जिसमें से पौने पांच लाख ने एडमिड कार्ड डाउनलोड किया। इसमें महिला अभ्यर्थियों की संख्या एक लाख 82 हजार है।
बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक अमेरन्द्र कुमार ने यह जानकारी देते हुए भास्कर को बताया कि सबसे अधिक सेंटर 85 पटना में बनाए गए हैं। यहां 56 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे। अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि महिलाओं का सेंटर कमिश्नरी के अंदर ही रखा गया है। उससे बाहर नहीं दिया गया है।
50% से कम सवालों के जवाब देने वाले पर खास नजर
पटना जैसी जगह में ऐसी कई बार ट्रैफिक जाम की स्थिति हो जाती है। खास तौर से ऑफिस टाइम 10 बजे के आसपास ज्यादा ट्रैफिक होती है। इसलिए अभ्यर्थियों को सेंटर के लिए डेढ़- दो घंटे पहले घर से निकल जाना चाहिए।
12 बजे से परीक्षा है लेकिन इंट्री टाइम 11 बजे ही है। उन्होंने बताया कि 50% से कम सवालों के जवाब देने वाली की अलग चेक लिस्ट बनेगी और उनके ओएमआर पर खास निगरानी रहेगी। ताकि बाद में उस ओएमआर पर किसी तरह की गड़बढ़ी ना हो।
इन बातों का ध्यान रखें परीक्षार्थी
अगर आप पटना में हैं तो 8 बजे के आस पास घर से निकल जाएं, नहीं तो जाम में फंस सकते हैं।
आपने एडमिड कार्ड लिया है, यह घर से निकलते समय एक बार चेक कर लें।
साथ में पहचान के लिए आधार कार्ड रखें।
काला या नीला रंग का बॉल पेन ओएमआर शीट के गोले रंगने के लिए रखें।
ध्यान रखें 11 बजे के बाद सेंटर के अंदर जाने नहीं दिया जाएगा।
मोबाइल, घड़ी आदि इलेक्ट्रॉनिक चीजें होने पर गिरफ्तारी होगी और तीन परीक्षाओं से डिबार भी कर दिया जाएगा।
परीक्षा नियंत्रक ने बताया किेए गए हैं खास इंतजाम
सभी 1153 केन्द्रों पर जैमर लगाए गए हैं। जैमर का ट्रायल भी लिया गया है।
सुबह 11 बजे के बाद सेंटर के अंदर इंट्री नहीं दी जाएगी। 10 से 11 बजे तक ही इंट्री होगी।
कमरे के अंदर भी परीक्षार्थी की जांच की जाएगी।
स्टील बॉक्स में प्रश्न पत्र भेजा जा रहा है। यह सील बंद होगा। केन्द्राध्यक्ष के कमरे में स्टील बॉक्स खुलेगा।
प्रश्न पत्र की सील परीक्षार्थियों के सामने खोले जाएंगे और परीक्षार्थियों के सामने ही सीलबंद भी किया जाएगा।